घर में inverter लगाने के लिए सबसे important step है – सही inverter battery connection करना। अगर connection गलत हो जाए, तो battery damage, inverter fault या short circuit का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए wiring हमेशा safe और सही तरीके से करनी चाहिए।
इस ब्लॉग में हम आपको inverter battery connection diagram और step-by-step wiring process समझाएंगे। चाहे आप beginner हों या electrician सीख रहे हों, ये guide आपके लिए easy और practical होगी।
MB Electrical हमेशा आपको simple Hinglish में wiring knowledge देता है – ताकि आप बिना confusion के wiring सीख सकें और safety first approach अपनाएं।
Inverter Battery Connection Basics
- Inverter हमेशा DC (Battery) को AC (House Supply) में convert करता है।
- Normal घरों में 12V, 24V या 48V battery bank use होता है।
- Connection Series या Parallel में किया जाता है (load requirement के हिसाब से)।
Battery series connection क्या है?
बैटरी को सीरीज में कनेक्ट करने का मतलब है कि बैटरी के पॉज़िटिव टर्मिनल को दूसरी बैटरी के नेगेटिव टर्मिनल से जोड़ा जाता है। इस प्रकार का कनेक्शन वोल्टेज बढ़ाने के लिए किया जाता है, जबकि करंट (एम्पेयर) समान रहता है।
सीरीज कनेक्शन में बैटरी जोड़ने का तरीका
बैटरी को सीरीज में जोड़ने से पहले सुनिश्चित करें कि सभी बैटरियां समान वोल्टेज और क्षमता (Ah) वाली हों।
- पहली बैटरी के पॉज़िटिव टर्मिनल को दूसरी बैटरी के नेगेटिव टर्मिनल से कनेक्ट करें.
- दूसरी बैटरी के पॉज़िटिव टर्मिनल को तीसरी बैटरी के नेगेटिव टर्मिनल से जोड़ें।
- इस प्रक्रिया को जितनी बैटरियां जोड़नी हैं, उतनी बार दोहराएं।
- पहले बैटरी के नेगेटिव टर्मिनल और आखिरी बैटरी के पॉज़िटिव टर्मिनल से आउटपुट लें।
नीचे एक साधारण वायरिंग डायग्राम दिया गया है, जो आपको बैटरियों को सीरीज कनेक्शन में जोड़ने में मदद करेगा। और अगर आप जानना चाहते हैं कि आपकी system में कितनी देर backup मिलेगा, तो हमारे Battery Backup Calculator का इस्तेमाल ज़रूर करें — इससे आप आसानी से अपने load और battery capacity के अनुसार perfect backup time पता कर सकते हैं।
Battery series connection का उदाहरण
अगर तीन बैटरियां हैं, जिनमें प्रत्येक 12 वोल्ट और 150 Ah की क्षमता है, तो:
- वोल्टेज = 12V + 12V + 12V = 36 वोल्ट
- करंट (एम्पेयर) = 150 Ah (समान रहेगा)
ध्यान रखने योग्य बातें ( Things to keep in mind)
- सभी बैटरियों की स्थिति और चार्ज समान होनी चाहिए।
- अगर कोई बैटरी खराब हो जाए, तो पूरी सीरीज प्रभावित हो सकती है।
- ओवरलोड या शॉर्ट-सर्किट से बचने के लिए प्रोटेक्शन सर्किट का उपयोग करें।
Battery parallel connection क्या है?
बैटरी को पैरेलल में कनेक्ट करने का मतलब है कि सभी बैटरियों के पॉज़िटिव टर्मिनल आपस में जुड़े होते हैं और सभी नेगेटिव टर्मिनल आपस में जुड़े होते हैं। इस प्रकार का कनेक्शन एम्पेयर (Ah) बढ़ाने के लिए किया जाता है, जबकि वोल्टेज समान रहता है।
पैरेलल कनेक्शन में बैटरी जोड़ने का तरीका
सुनिश्चित करें कि सभी बैटरियों का वोल्टेज समान हो (जैसे 12V)
- सभी बैटरियों के पॉज़िटिव टर्मिनल को एक साथ जोड़ें।
- सभी बैटरियों के नेगेटिव टर्मिनल को भी एक साथ जोड़ें।
- पॉज़िटिव और नेगेटिव टर्मिनलों के समूह से आउटपुट लें।
नीचे एक साधारण वायरिंग डायग्राम दिया गया है, जो आपको बैटरियों को पैरेलल कनेक्शन में जोड़ने में मदद करेगा।
अगर तीन बैटरियां हैं, जिनमें प्रत्येक 12 वोल्ट और 150 Ah की क्षमता है, और उन्हें पैरेलल कनेक्शन में जोड़ा गया है, तो परिणाम इस प्रकार होगा: पैरेलल कनेक्शन में सभी बैटरियों का वोल्टेज समान रहता है। (वोल्टेज = 12 वोल्ट) पैरेलल कनेक्शन में सभी बैटरियों के करंट (Ah) जुड़ते हैं। (करंट = 150Ah + 150Ah + 150Ah = 450 Ah) जहां अधिक बैकअप समय की जरूरत हो, जैसे घर की लाइटिंग या सोलर बैटरी सिस्टम।
Exide Industries – Official Battery Installation Guide
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Safety Tips for Inverter Battery Connectio
nverter battery connection करते समय safety का ध्यान रखना बहुत ज़रूरी है। सबसे पहले हमेशा ISI mark copper wire और सही gauge का cable इस्तेमाल करें ताकि heating और power loss से बचा जा सके। Connection करने से पहले battery की polarity (+ और –) को अच्छे से check करें क्योंकि एक छोटी सी गलती inverter और battery दोनों को damage कर सकती है। Step-by-step guide के लिए आप हमारा blog Inverter Wiring Diagram ज़रूर पढ़ें।
Series या parallel connection बनाते समय सभी batteries की capacity, brand और age same होनी चाहिए ताकि backup में problem न आए। Wiring करते समय insulated tools और safety gloves का इस्तेमाल करें और साथ ही eye protection भी ज़रूर पहनें ताकि accidental spark से बचा जा सके। हर connection के बीच fuse या MCB लगाना भी जरूरी है ताकि किसी भी fault या short circuit की स्थिति में पूरा system safe रहे। सबसे महत्वपूर्ण बात, inverter room में proper ventilation होना चाहिए क्योंकि battery charging के दौरान gases निकलती हैं, और closed जगह में ये खतरनाक हो सकती हैं। हमेशा connection करते समय धैर्य रखें और short-cut करने से बचें क्योंकि एक safe connection ही inverter और battery की life को बढ़ाता है।
Common Mistakes to Avoid in Battery Connection
Inverter battery connection करते समय लोग अक्सर कुछ basic mistakes कर देते हैं, जिससे battery और inverter दोनों का नुकसान हो सकता है। सबसे पहली और बड़ी गलती है polarity उल्टा connect करना (positive को negative से जोड़ना) – इससे inverter के circuit पर सीधा effect पड़ता है और fuse उड़ सकता है।
दूसरी गलती है different capacity या old + new battery को एक साथ use करना; ऐसा करने से backup unequal हो जाता है और batteries जल्दी खराब हो जाती हैं। कई लोग connection करते समय loose terminals छोड़ देते हैं, जिससे heating, spark और fire का risk बढ़ जाता है। Safety के लिए जरूरी fuse या circuit breaker न लगाना भी एक common mistake है, जबकि ये system को short circuit से बचाने का काम करता है। इसके अलावा, inverter room में ventilation न रखना भी खतरनाक हो सकता है क्योंकि charging के समय batteries से hydrogen gas निकलती है।
इसलिए हमेशा सही polarity, same capacity की battery, tight terminals और proper safety devices का use करें – तभी आपका inverter system लंबे समय तक बिना problem के चलेगा।
अब आपने step-by-step देखा कि सही inverter battery connection diagram से घर की power backup system कैसे बनाया जाता है। हमेशा याद रखें – safety first और सही polarity ही inverter की life बढ़ाती है।
अगर आप wiring practically सीखना चाहते हैं, तो MB Electrical की free wiring tutorials और blogs ज़रूर देखें।
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